हां मैं थोड़ी ऐसी हूँ, तुम जैसा सोचो मैं वैसी हूँ! हां मैं थोड़ी ऐसी हूँ, तुम जैसा सोचो मैं वैसी हूँ!
कुछ ऐसा ही है प्रेम हमारा , तुम मेरे नहीं , मैं फिर भी तुम्हारा। कुछ ऐसा ही है प्रेम हमारा , तुम मेरे नहीं , मैं फिर भी तुम्हारा।
साथ तेरा है नहीं, खुद से ही मैं नाराज़ हूँ अपने ज़ख्मों की, मै खुद ही आवाज़ हूँ लफ्ज़ तो हैं मेरे, पास प... साथ तेरा है नहीं, खुद से ही मैं नाराज़ हूँ अपने ज़ख्मों की, मै खुद ही आवाज़ हूँ लफ्...
खुद की जिंदगी की किताब,,, लिखना चाहती हूँ। खुद की जिंदगी की किताब,,, लिखना चाहती हूँ।
कालिख से मेरी तू जो टिका करें तो… कालिख से मेरी तू जो टिका करें तो…
तुम्हारी बेरुखियों से , रिश्ता कुछ खास हो गया है l तुम्हारी बेरुखियों से , रिश्ता कुछ खास हो गया है l